Saturday 25 February 2012

My childhood mate, my sister

वैसे तो याद हमेशा ही  आती है पर अक्सर  ये गीत दिल दिमाग में गूँज उठता है  "बचपन की मोहबत को तुम दिल से न जुदा करना जब याद मेरी आये मिलने की दुआ करना."

साल बीत जाते हैं पर मिलना नहीं हो पाता, मेरी दिल से इच्छा है की मेरी छोटी से बहिन  मुझे जल्द ही मिले. मीलों  दूर  है मुझसे पर दिल के करीब है.

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